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रविवार, 19 जनवरी, 2025 तदनुसार माघ कृष्ण पक्ष (2081) पंचमी/षष्ठी व्यापारिक जीवन में जिन लोगों को काम की कद्र है उनके प्रति सम्मान रखे। रुख में आक्रामकता नहीं रखे। यात्राएं बेहतरी दे रही है। शेयर मार्केट संबंधी योजनाएं बनाकर चले। आध्यात्मिक बेहतरी आने वाली रहेगी।
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जनवरी, 2025 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। जनवरी माह में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : स्मार्ट वर्किंग एप्रोच साथ-साथ चल रही है। मन के धैर्य में शुरुआती तौर पर थोड़ी कमी रह सकती है, संभले। गृहस्थ पक्ष के साथ सहयोग साथ-साथ है। द्वितीय भाव : धनागमन इस महीने व्यवस्थित है, परन्तु खर्चे डिस्टरबेंस दे सकते हैं। वाणी अद्भुत स्पंदन के साथ है। पारिवारिक जनों या आसपास के लोगों से सहयोग की अपेक्षा रखना बेमानी रहेगा। अपेक्षाओं के घेरे से हटकर जीवन को देखने का प्रयत्न करना जरूरी है। फाइनेंसियल इंस्टीटयूट में सर्विस के साथ है तो ये महीना शानदार परिणाम देने वाला हो सकता है। तृतीय भाव : आई.टी. फील्ड, मेडिकल फील्ड या माइक्रो बायलोजी और आटोमोबाइल संबंधी स्तर पर आगे बढऩे के लिहाजा बेहतरी है। मैं ही सही हूं, इससे बचकर चलने की कोशिश करें। चतुर्थ भाव : तनाव शुरुआती तौर पर बने रह सकते हैं, बाद में स्थिरवादिता देखने वाले रहेंगे। बड़े जमीन संबंधी निवेश या निर्माण की ओर जाना है तो बेहतरी देखने वाले रहेंगे। कमीशन संबंधी कामकाज में व्यवस्थित क्रम है। माता का स्नेह रहेगा, उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखे। पंचम भाव : संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं को निरन्तर कृष्ण की उपासना के साथ जुड़कर चले। शेयर मार्केट में आकस्मिक निर्णय के साथ जुडऩे से बचते हुए चले। विद्यार्थी वर्ग जल्दबाजी से बचे। मुख्य परीक्षा की ओर अग्रगामी है तो वहां पूरी तैयारियों के साथ चले। षष्ठ भाव : मधुमेह और यूरिन इंफेक्शन से संभले। बी.पी. से संभले। शत्रु पक्ष हावी नहीं है, इसलिए आप भी हावी का प्रयास नहीं करे। आर्थिक भार हट चुके हैं उसे पुन: बढ़ाने से बचे। सप्तम भाव : गृहस्थ पक्ष की कामकाजी यात्रा बेहतर है। नई शुरुआत करनी है तो पूर्ण विचारशील होकर बढ़े। अष्टम भाव : रिसर्च संबंधी कामकाज में दिकतें बनी हुई है, संभले। विदेश संबंधी कामकाज में 15 जनवरी के बाद ठीकठाक स्थितियां बनती चली जा रही है। नवम भाव : आध्यात्मिक प्रगति के साथ है। यथार्थ में चलता जीवन दर्शन का ही स्वरूप है। मानसिक तनाव से बचने के लिए सूर्य उपासना और ध्यान की ओर बढऩा चाहिए। दशम भाव : भागदौड़ भरपूर है, साथ ही परिणाम भी है। कंस्ट्रक्शन संबंधी कामकाज में शुरुआत के लिहाजा महीना बेहतर बना हुआ है। निरन्तर सूर्य उपासना के साथ जुड़कर चलियेगा। तीर्थ स्नान की ओर जाना आध्यात्मिक स्पंदन की अवस्था कही जाएगी। एकादश भाव : पुण्य फलों का उदयकालिक क्रम बना हुआ है। पुरुषार्थ की प्रखरता है। जीवन की स्थिरता के साथ बढऩे का प्रयास करना चाहिए। अज्ञात भय को हटाने के लिए ध्यान का मार्ग अपनाकर चले। द्वादश भाव : वर्चस्व दिखाने को लेकर खर्चे आते हैं तो उसकी कतई आवश्यकता नहीं है, इसका ध्यान रखे। खुद को स्थिर रखकर आगे बढऩे का प्रयास करते हुए चलना चाहिए।
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वृषभ : वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल
वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल नव वर्ष की शुभकामनाएं ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। नव वर्ष में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : ये समय स्थायित्व के भाव को लाने वाला रहेगा। नौकरी पेशा जीवन में घर्षण बने हुए थे, वहां अब का समय स्थायित्व देने वाला रहेगा। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में लम्बे समय के निवेश किए जा सकते हैं। नया कुछ करने की गुंजाइश इस वर्ष में बनी हुई है, जिससे अलग मार्ग मिलने वाला रह सकता है। द्वितीय भाव : आजीविका का माध्यम विकसित करने के लिहाजा ये वर्ष अनुकूल कहा जा सकता है। वाणी में ठहराव को बनाकर रखने का प्रयास कीजियेगा। अर्थ पक्ष के साथ मई से अगस्त का समय धीमेपन के साथ है। वजन में वृद्धि की गुंजाइश मई के बाद बन रही है। तृतीय भाव : फाइनेंस संबंधी कामकाज में बेहतरी बन सकती है। रिसर्च और गणनाओं संबंधी कामकाज में ये समय परेशानियां दूर करने वाला हो सकता है। मार्च, अप्रैल और मई के महीने सुकून के साथ निर्णय लेने के हैं। आत्मविश्वास की प्रखरता साथ-साथ है। चतुर्थ भाव : 18 मई के बाद का समय भय मिश्रित होने वाला रह सकता है। कैमीकल संबंधी कामकाज में ये वर्ष बेहतर बना हुआ है। माता के साथ आसक्ति प्रज्जवलित हो सकती है। फाइनेंस में शुरुआती स्तर पर धीमापन रह सकता है। क्षमताओं में वृद्धि का क्रम देखने वाले रहेंगे। संतान सुख की ओर अग्रसर होने वाली महिलाओं के लिए 18 मई के बाद का समय बेहतर है। पंचम भाव : किसी संबंध के साथ रहे हैं वहां से बेहतर भाव आ सकते हैं। षष्ठ भाव : शुगर लेवल से सावधानी बरते इस वर्ष में। यूरिन इंफेक्शन से संभले। गृहस्थ के साथ रियेक्शन बढ़ सकते हैं, संभले। सप्तम भाव : पूर्वाभास की सकारात्मकता बनी रह सकती है। अष्टम भाव : सोलर संबंधी कामकाज में हस्तक्षेप तीव्रगामी होने वाले रहेंगे। नवम भाव : आध्यात्मिक प्रगति अच्छे से बनी रहने वाली रहेगी। दशम भाव : भागदौड़ है, लेकिन साथ ही व्यवस्थित क्रम रहने वाला रहेगा। एकादश भाव : पुण्य फलों का उदय है। जिससे जीवन में नव वेग मिलने वाला रह सकता है। द्वादश भाव : रक्त संबंधी विकारों से संभले। विदेश संबंधी कामकाज में वृद्धि धीमेपन के साथ है।