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गुरुवार, 21 नवम्बर, 2024 तदनुसार मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष (2081) षष्ठी/सप्तमी क्षमताओं का परिचय होने वाला रहेगा। आफिस में अधिक समय बिताना पड़ सकता है, परन्तु वहां आफिस पोलिटिक्स से दूरी रखे। मन की संतुष्टि के सरोकार अपनाना बेहतर है। किसी रिलेशन में चल रहे हैं तो वहां खुशनुमा पल साथ रहने वाले रहेंगे। रुटिन में बहुत ज्यादा एडजेस्टमेंट अपनाने से बचे।
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जून, 2024 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। जून माह में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : गफलते रह सकती है। लोगों का सुनना जरूर है, परन्तु भीतर की अवस्थाओं के चले। भ्रम मिश्रित भय से संभले। निरन्तर शिव उपासना के साथ जुडऩे की आवश्यकता है। निर्णायक मीटिंग में जुडऩा है तो धीरे-धीरे व्यवस्थित होकर जुडऩे का प्रयास करे। द्वितीय भाव : रियेक्शन लैस होकर चले। वाणी पर नियंत्रण रखियेगा। रुपये पैसे की आवक की तीव्रता में गलत निर्णय से बचे। पारिवारिक जनों के साथ बनी उलझनों को संभाल कर चले। पैतृक संबंधी विवाद में धीमापन रखने से बेहतरी रहेगी। तृतीय भाव : पुरुषार्थ में वृद्धि है। अटके प्रमोशन में संकेतों के साथ चलने की कोशिश करे। विलम्ब में खुद को फस्र्टेड करने से बचे। यात्राएं बेहतरी है, परन्तु स्वास्थ्य और खान-पान का ख्याल रखते हुए चले। भाइयों और मित्रों का सहयोग मिल सकता है। नौकरी पेशा जीवन में सक्रियता बनने वाली रहेगी। चतुर्थ भाव : तनाव से संभलकर चले। कमीशन संबंधी कामकाज में व्यवस्थित वृद्धि रहेगी। लक्ष्मी नारायण योग की वजह से भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि रहेगी। सोलर संबंधी कामकाज में बड़े निर्णय की ओर बढऩे के लिहाजा धीमापन रखे। घर परिवार के साथ बने मनमुटाव को संभालने का प्रयत्न करे। कोई भी वायदा किया है तो उसमें पूर्णता के प्रयास करे। पंचम भाव : विद्यार्थी वर्ग डिस्ट्रेक्शन का शिकार हो सकते हैं। संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं के लिए मन की घबराहटों को हटाकर चलने की जरूरत रहेगी। क्षमताओं के विकासक्रम को निरन्तर आगे बढ़ाते चले जाना आवश्यक रहेगा। क्षमताओं के साथ प्रश्नचिह्न रह सकते हैं। शेयर मार्केट संबंधी निवेश में संभले। षष्ठ भाव : जमीन संबंधी निर्णय में रुपये पैसे की सावधानी बरतकर चले। अस्थिजनित विकारों से संभले। शत्रु पक्ष से दूरी बनाकर रखे। सहयोगी शत्रुवत स्थितियां बना सकते हैं, वहां से दूरी बनाकर रखे। नर्वस संबंधी इश्यू से संभले। शल्य चिकित्सा की ओर जाना है तो 1 से 10 जून का समय अनुकूल है। सप्तम भाव : कैमीकल संबंधी कामकाज में जल्दबाजी में निर्णय से बचे। आकस्मिक अवसर सामने आ सकते हैं, वहां उनको भांपने का प्रयास करे। व्यापारिक साझेदारी में जल्दबाजी से बचे। अष्टम भाव : विदेश संबंधी कामकाज में वृद्धि रहेगी। अन्य शहर में काम स्थापित करने के लिहाजा समय सुचारु बना हुआ है। पूर्वाभास का आधार बना रहेगा। नवम भाव : भाग्य का सहयोग कम है, परन्तु भीतर की आध्यात्मिक साथ में है। उच्च शिक्षा संबंधी स्तर पर बड़े निर्णय पर भीतर की आवाज के साथ आगे बढ़ा जा सकता है। दशम भाव : कर्म के साथ पराक्रम में वृद्धि है। संघर्ष है परन्तु आप स्थिरवादी होकर चलने वाले रहेंगे। किसी शुरुआत से पहले खुद को व्यवस्थित करके चलना जरूरी रहेगा। एकादश भाव : लाभ के साथ व्यय भी अधिक बहुत है, संभले। कोर्ट कचहरी संबंधी कामकाज में कुछ हद तक संघर्ष रह सकते हैं। द्वादश भाव : विदेश संबंधी कामकाज में वृद्धि के क्रम रहेंगे, परन्तु संघर्ष के बाद बेहतरी रहेगी। घुटनों संबंधी तकलीफ से संभले। आकस्मिक खर्चों में कैसे कमतरी रखी जा सकती है, इसका ध्यान रखे।
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मीन : वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल नव वर्ष की शुभकामनाएं ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। वर्ष 2024 में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। वर्ष के कौन से महीनों में आपके लिए ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या संकेत दे रही है, उनको समझकर इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : कन्फ्यूजन में स्पष्टता बनाकर चले। जाब में संघर्ष के साथ है, वहां लुभावने आफर में आ सकते हैं, उससे संभले। निवेश में भी संभले। निर्णायक मौकों पर आत्मविश्वास अपनेआप संभलने वाली स्थितियों में आने वाले रहेंगे। संवेदनशील निर्णयों में बेहतरी है। भीतर के भय से हटकर चलेंगे तो स्पष्टता पाने वाले रह सकते हैं। शिव और गणपति उपासना के साथ चलियेगा। जाब परिवर्तन हो या व्यापार में नयापन लाना है तो ये वर्ष धैर्य की मांग करेगा। द्वितीय भाव : धनागमन शुरुआत से ही निरन्तरता बना रहा है। वाणी तर्क से मुक्त रहे, भावनाओं से युक्त रहे, इसका ख्याल रखे। पैतृक संबंधी विवाद चल रहा था, वहां ये समय बेहतरी देने वाला रहेगा। पुराने अधूरे छूटे कार्यों में पुन: प्रयत्नों के साथ बढऩे से सफलता मिलने वाली रह सकती है। अटके हुए रुपये पैसे में 1 जनवरी से 1 मई तक प्रयासशील रहते हैं तो बेहतरी प्राप्त कर सकते हैं। तृतीय भाव : कारपोरेट कल्चर में प्रमोशन के लिहाजा 1 मई से सितम्बर तक का समय महत्वपूर्ण कहा जाएगा। लम्बे समय अवधि के निर्णय में अटकाव और रुकावटें नहीं है, तीव्रगामिता के साथ बढ़ा जा सकता है। शुरुआती चार महीनों के बाद बेहतरी रहेगी। परिवर्तन के साथ बढऩा है तो लुभावने आफर से बचे। यात्राएं बनी हुई है। धार्मिक प्रयोजन बने हुए हैं। शुरुआती चार महीनों में जल्दबाजी से बचकर चले। चतुर्थ भाव : भूमि संबंधित निर्णय में धैर्यवान होकर चले। कमीशन संबंधी कामकाज में बेहतरी रहेगी। एग्रीकल्चर संबंधी कामकाज में शुरुआत की जा सकती है। फरवरी, अप्रैल व मार्च में तीव्रगामिता देखने वाले रह सकते हैं। माता के स्वास्थ्य में 15 जनवरी तक ध्यान रखकर चले। आई.टी. फील्ड में नई शुरुआत की है और परिवर्तन करना है तो तीव्रगामिता के साथ बढ़े। पंचम भाव : शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में बहुत ज्यादा धैर्यवान होकर चलियेगा। शुरुआती धनलाभ के बाद विशेषकर संभले। मेडिकल शिक्षा, तकनीकी संबंधी स्तर पर बेहतरी रहेगी। संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं के लिए यात्राओं में ध्यान रखने की जरूरत रहेगी। षष्ठ भाव : पेट और घुटनों संबंधी तकलीफ से संभले। वसा संबंधी तकलीफ नहीं बढ़े। वजन वृद्धि से भी संभले। फाइनेंसियल बर्डन बढ़ाने से बचे। शत्रु पक्ष परेशान करने वाला नहीं है। सप्तम भाव : गृहस्थ पक्ष के साथ संभलकर चले। कमीशन संबंधी कामकाज में बेहतरी है। व्यापार में जल्दबाजी में निर्णय लेना ठीक नहीं है। व्यापारिक साझेदारी में गफलतों से संभलकर चले। अष्टम भाव : रिसर्च संबंधी कामकाज में धीमेपन के साथ चले। विदेश संबंधी कामकाज में धीमेपन के साथ भी आगे बढऩे वाले रहेंगे। नवम भाव : आध्यात्मक के सरोकार में तीव्रता कम है। लुभावने आफर हावी रह सकते हैं। इससे संभलने की आवश्यकता है। मेडिकल संबंधी फील्ड में बाधा नहीं रहेगी। आई.टी. फील्ड में ये समय बेहतरी दे रहा है। दशम भाव : शासन, ह्यूमन रिसर्चोज और वर्दी धारी नौकरी में ये पूरा वर्ष बेहतरी बनी हुई है। पिता के साथ संबंधों में संभलकर चलियेगा। कामकाज में तत्कालता से बढ़े वहां धीमेपन से संभले। एकादश भाव : खर्चों की स्थितियां निरन्तरता के साथ है। आगे की योजना बनाकर रखियेगा। द्वादश भाव : सोच का अधिक व्यय हो सकता है। कोर्ट कचहरी संबंधी मामलों में खुद को संभालकर चलियेगा, जिससे बेहतरी रहने वाली रहेगी।