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मंगलवार, 28 जून, 2022 तदनुसार आषाढ़ कृष्ण पक्ष (2079) चतुर्दशी/अमावस्या
नौकरी पेशा जीवन में स्थिरता बनी रहेगी। मन के भीतर के भय धीरे-धीरे दूर होंगे। भाग्य का सहयोग बना हुआ है। आध्यात्मिक चिंतन तीव्रगामीता के साथ बना हुआ है। गृहस्थ के साथ सामंजस्य बनाकर रखे। सोच में संशय पनपा हुआ है तो उससे कैसे दूर हटेंगे इस पर विचारशील रहें। व्यापारिक जीवन में कोई भी निर्णय आकस्मिक तौर पर जोडऩे से बचे। छोटी छोटी यात्राओं से संबंधित कामकाज में दुविधाएं आ सकती है, उससे संभले।
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मेष : जून, 2022 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाओं की स्थिति परिवर्तनशील होती है, जिसके चलते आपको किस तरह अपनी योजनाओं को लेकर चलना चाहिए उसका ग्रहीय व्यवस्थाओं में क्या निरूपण रहेगा। इन परिवर्तनों के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका जून, 2022 का मासिक राशिफल समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है।
प्रथम भाव : शुक्र जो कि यहां मंगल के राशि स्थान में 18 जून तक रहेंगे। आत्मविश्वास का आधार अलग ताकत लिए हुए है। जो संशय बने हुए थे, वो कुछ हद तक दूर हटेंगे। इंटरव्यू की ओर जा रहे हैं तो वहां प्रोएक्टिव रहियेाग। परिवर्तन स्वीकारोक्ति के साथ रखे। परिवर्तन के साथ कन्फर्ट जोन की उम्मीद नहीं है। राहू की स्थितियां अज्ञात भय दे सकती है। भय की तह तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिए। खान-पान संबंधी कामकाज में या क्रियेटिविटी के कामकाज में ये समय बेहतर कहा जाएगा। 18 जून के बाद का समय 27 जून तक संशय दे सकता है। 27 जून से मंगल परिवर्तन कर चुके होंगे और आत्मविश्वास की झलक दिखेगी। व्यापारिक जीवन में चमक-दमक बढ़ाने के लिहाजा ये समय बेहतरी देने वाला रहेगा।
द्वितीय भाव : सूर्य बुध का बुद्धादित्य योग बना हुआ है। फाइनेंसियल गेन के साथ स्थिरता अच्छे से बनी रहने वाली रहेगी। खर्चे हैं निरन्तर सामने आ सकते हैं। वाणी अलग अधिकार के साथ चल रही है। कम्युनिकेशन के साथ कन्वेसिंग पॉवर अच्छे से है। मार्केटिंग संबंधी कामकाज में फस्र्टेशन थी, उससे बाहर निकलने की ताकत साथ रहेगी। पारिवारिक जनों के साथ विद्रोह थे, वो बढ़ सकते हैं वहां नियंत्रण रखने का प्रयास करना जरूरी रहेगा।
तृतीय भाव : बुध द्वितीय भाव के साथ में है। भागदौड़ के सिरे, छोटी छोटी यात्राओं संबंधी कामकाज थकाने वाले हो सकते हैं। आकस्मिक सफलता से दूरी बनी रह सकती है। प्रमोशन की अपेक्षा थी, वहां थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। दोस्तों और भाइयों के साथ संबंधों में दुविधाएं आ सकती है। व्यापार में विश्वास के साथ चल रहे थे, वहां गणनाओं में संभलकर चले।
चतुर्थ भाव : वृहस्पति उच्च राशि स्थान को देख रहे हैं। मानसिक सुख की स्थितियां कामकाज के साथ अच्छे से बनी रहेगी। सर्विस इंंडस्ट्री संबंधी कामकाज में बेहतरी के साथ आगे बढ़ा जा सकता है। 23, 24 औा 25 तक मान सम्मान बढ़ेगा। रियल स्टेट, कंस्ट्रक्शन संबंधी कामकाज में बड़े निर्णय लेने पड़ सकते हैं, संभलकर चले। अपने कामकाज की ओर जाने के लिहाजा ये समय सहयोगी रहेगा। माता के स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद रहेगी।
पंचम भाव : शुरुआती 15 दिन वाकपटुता के अलग स्तर देगा। वक्ता श्रेणी या राजनीतिक क्षेत्र में हस्तक्षेप या आकस्मिक निर्णय लेने पड़ते हैं वहां तीव्रता साथ रहेगी। शिक्षा से जॉब या जॉब से शिक्षा की ओर जाना है तो वो निर्णय लिए जा सकते हैं। शेयर मार्केट संबंधी निवेश आगे बढ़ाए जा सकते हैं। अपने निर्णय पर तटस्थ रहकर चलियेगा। संतान पक्ष के साथ वैचारिक विद्रोह से संभले। आकस्मिक धन लाभ की संभावनाएं बनी हुई है। शिक्षा के क्षेत्र में एकाग्रता बनी रहेगी।
षष्ठ भाव : फाइनेंसियल बर्डन बने हुए थे, उनको कम करने के तरीके विकसित होंगे। शत्रु हावी नहीं होंगे। पेट संबंधी और रक्त संबंधी विकारों से सावधानी रखने की जरूरत रहेगी। ऋण लेने की ओर जाना है तो वहां बढ़ा जा सकता है।
सप्तम भाव : गृहस्थ पक्ष के साथ सामंजस्य बढ़ेगा। गृहस्थ की ओर से बेहतर खबरें मिलेगी जो मन को संतुष्टि देगी। नई शुरुआत करने की है और उसमें रिश्क है, निर्णय लेने में राहू की स्थितियां ब्लाकेज दे सकती है, उससे संभले। गृहस्थ पक्ष के साथ कामकाज की शुरुआत करना बेहतर रहेगा। किसी रिलेशन में चल रहे हैं और घर परिवार के सामने बात रख दी है तो संकेत बेहतर रहेंगे। व्यापारिक साझेदारियों में थोड़ी बहुत दिक्कत आ सकती है।
अष्टम भाव : रिसर्च, मेडिकल संबंधी कामकाज में अपनी संभावनाएं उजागर कर रहे हों या विदेश जाकर कोई संभावना तलाशनी है तो ये समय अंतराल प्रभावी कहा जाएगा।
नवम भाव : भाग्येश होकर वृहस्पति द्वादेश भाव में है। भाग्य में वृद्धि मिल रही है। जिससे नाम को श्रेष्ठता मिलती है। आध्यात्मिक चिंतन में तीव्रता बनी हुई है। उच्च शिक्षा संबंधी निर्णय लेने के लिहाजा ये समय स्वागत योग्य स्थितियां देने वाला रहेगा। आपका अनुभव निर्णायक मौकों पर सहयोगी रहेगा।
दशम भाव : कर्मेश होकर शनि देव की स्थितियां लाभ भाव के साथ रहेगी। सर्वांगीण लाभ में वृद्धि रहेगी। लम्बे समय से क्षेत्र विशेष में मेहनत की उसमें अब परिणामों की स्थितियां नजर आएगी। मैनेजमेंट संबंधी कामकाज में प्रमोशन नहीं मिल रही थी, अब संभावना बनेगी। पिता के साथ कामकाज में सामंजस्य बना रह सकता है। किसी परिवर्तन की ओर जा रहे हैं तो लम्बे समय तक क्या संभावना देखी जा सकती है, उस पर विचार करे।
एकादश भाव : सर्वांगीण लाभ में वृद्धि के साथ ही साथ पुण्य फलों के उदय होने वाला रहेगा। आत्मविश्वास की झलक मिलने वाली रहेगी। वकालात संबंधी कामकाज में सकारात्मकता रह सकती है।
द्वादश भाव : विदेश संबंधी कामकाज में वृद्धि के साथ खर्चों पर नियंत्रण रहेगा। निर्णयों में तीव्रता साथ में बनी रह सकती है। कुल जमा जोड़ ये महीना कर्म के साथ बढ़ते हुए स्वयं को शीर्षस्थ आधार देने वाला रह सकता है, उसके साथ गतिमान रहियेगा।
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रविवार, 14 नवम्बर, 2021 तदनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष (2078) एकादशी
लाभ के सिरे बने हुए थे, उसमें अब कमी आ सकती है। व्यापारिक जीवन में अतिविश्वास करने से बचें। यात्रा संबंधी कामकाज में दूरी रखे। गृहस्थ के साथ जुड़ी महिलाओं के लिए भागदौड़ रह सकती है, साथ ही सम्पन्नता का चरमोत्कर्ष भी देखने वाली रहेंगी। वाणी पर नियंत्रण रखकर चलें। ऊर्जा का फ्लो मेंटन रखने का प्रयास करे। माता पिता के स्वास्थ्य को लेकर बनी चिंताओं में कमी होगी। विदेश संबंधी कार्यों में नैसर्गिक तौर पर सकारात्मकता सामने रहेगी। भूमि संबंधित निर्णय सुबह-सुबह लिया जा सकता है।