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बुधवार, 22 जनवरी, 2025 तदनुसार माघ कृष्ण पक्ष (2081) अष्टमी/नवमी व्यापारिक जीवन में कामकाजी स्तर पर व्यवस्थित होकर चले। भागदौड़ बेहतर परिणाम देगी। खुद को मैनेज करके चलने में सकारात्मकता साथ है। जमीन संबंधी कामकाज में प्रगति है। गृहस्थ पक्ष के स्वास्थ्य का ख्याल रखे। इच्छाशक्ति की वजह से आगे बढ़ा जा सकता है।
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नवम्बर, 2025 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। नवम्बर माह में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : धीमापन साथ चल रहा है, उसके साथ चलने की जरूरत रहेगी। रियेक्शन लैस होकर चलने की जरूरत रहेगी। शुरुआती तौर पर आत्मविश्वास में कमी बाद में प्रगति भरा कहा जाएगा। सूचना तकनीकी क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन सामने आ रहा है तो उसके साथ बढऩे का प्रयास कीजियेगा। ये समय परिवर्तन की खटखटाहट का है। द्वितीय भाव : व्यापार में रेस्टोरेंट, टैक्सटाइल या ह्यूमन रिसोर्सेज संबंधी कामकाज में आर्थिक प्रगति देखने वाले रहेंगे। लम्बी यात्रा के निवेश की शुरुआत हो सकती है। वाणी संबंधित कामकाज में ये समय सारगर्भित तौर पर है। पारिवारिक पक्ष के साथ तनाव आ सकते हैं, उससे संभले। तृतीय भाव : पुरुषार्थ को व्यर्थ करने से बचे। यात्राओं में स्वास्थ्य का ख्याल रखने की जरूरत रहेगी। सूचना तकनीकी और फार्मास्यूटिकल फील्ड में आकस्मिक परेशानियां सामने आ सकती है, संघर्ष के साथ चलना आवश्यक है। भाइयों के साथ जबरदस्ती की गलतफहमियां हावी रह सकती है। चतुर्थ भाव : 1 से 11 नवम्बर तक के समय में संकल्प शक्ति बढ़ाकर चलने का प्रयास करे। कार्य स्तर को आगे बढ़ाना है तो उसकी तैयारी करके चले। हंस योग निर्मित हो रहा है। 11 से 28 नवम्बर के मध्य माता के स्वास्थ्य के प्रति सजगता रखे। पंचम भाव : संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं को यात्राओं को टालना चाहिए। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में जल्दबाजी से बचते हुए सजगता रखे। क्षमताओं में वृद्धि देख सकते हैं। षष्ठ भाव : शल्य चिकित्सा की ओर जाना है तो उस ओर ऊर्जावान होकर बढ़ सकते हैं। बैंकिंग संबंधी अटके कामों में पुन:श्च प्रयास के साथ बढ़े। भीतर के शत्रुओं से संभलते हुए बढऩे का प्रयास कीजियेगा। अर्थ भार बढऩे नहीं पाए, इसका ध्यान रखियेगा। सप्तम भाव : गृहस्थ पक्ष के साथ सामंजस्य में कमी रह सकती है, उससे संभले। शुरुआती तौर पर कहासुनी हावी रह सकती है। सोलर संबंधी, इलेक्ट्रोनिक फील्ड में प्रोग्रेसिव बेस बना हुआ है। अष्टम भाव : वाहन चलाते समय सावधानी बरते। लम्बी दूरी की यात्रा में किसी को साथ रखे। गणनाओं संबंधी कामकाज में आगे बढऩे वाले रहेंगे। विदेश संबंधी कामकाज में प्रोग्रेसिव सकारात्मकता बनी हुई है। मौन अपनाने से मन को साधने वाले हो सकते हैं। नवम भाव : भाग्य के साथ सुख की संकल्पना साथ रह सकती है। वर्तमान के साथ चलना ही आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य है। उच्च शिक्षा में बेहतरी देखने वाले हो सकते हैं। दशम भाव : भागदौड़ बढ़ी हुई है। कामकाज में पहले पशोपेश रही बाद में सहूलियत देखने वाले रहेंगे। इच्छाशक्ति साथ-साथ गतिमान है। पिता के साथ वैचारिक मतभेद से संभले। एकादश भाव : लाभ है परन्तु खर्चे भी साथ है, जिन्हें स्वीकारे। पुण्य फलों के उदय की अवस्था साथ है। औषध विज्ञान संबंधी कामकाज में बेहतरी है। द्वादश भाव : विदेश संबंधी कामकाज में धीमापन जरूर है, परन्तु वो भी बेहतर है। खर्चों की स्थितियां बनी हुई है। कोर्ट कचहरी संबंधी मामलात में संभलकर चलने से बेहतरी रहेगी।
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मेष : वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल
वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल नव वर्ष की शुभकामनाएं ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। नव वर्ष में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : कन्फ्यूजन साथ आ सकते हैं, उससे संभले। निर्णय में समय लगाना बेहद जरूरी रहेगा। मार्च, अप्रैल व मई में संभलकर चलियेगा। नौकरी हो या व्यापार अथवा शिक्षा में शुरुआती तीन महीनों में समृद्धि के साथ चलने की जरूरत रहेगी। व्यापार में बड़े परिवर्तन के लिहाजा शुरुआती तीन महीनों में जोश खरोश के साथ चलियेगा। व्यक्तित्व में शालीनता बनाकर रखियेगा। द्वितीय भाव : गृहस्थ पक्ष की ओर से महत्वपूर्ण संकेत स्थिरगामी कर सकते हैं। जून जुलाई में स्थायित्व के भाव के साथ बढऩे की आवश्यकता है। व्यापार में जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचे। गृहस्थ पक्ष के साथ रियेक्टिव होने से बचे। तृतीय भाव : भाग्य का सहयोग है। रोटेशन को संभालकर चलने की जरूरत रहेगी। अति विचारशीलता रह सकती है। चतुर्थ भाव : घुटनों संबंधी तकलीफ से इस वर्ष ध्यान रखियेगा। कफ प्रधान रोगों से संभलने की जरूरत रहेगी। पंचम भाव : संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं को यात्राओं में सावधानी बरतकर चलने का प्रयत्न करते हुए बढ़े। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में 14 अप्रैल से 15 मई का सिरा गणनाओं के साथ बढऩे का है। षष्ठ भाव : शिक्षा में जुड़ाव से बचियेगा। नकारात्मक भावों से दूरी बनाकर चलने का प्रयास करे। भूमि संबंधी निर्णयों में बहुत ज्यादा संभलकर चलियेगा। रियलस्टेट संबंधी कामकाज में नवम्बर-दिसम्बर को श्रेष्ठ माना जा सकता है। सप्तम भाव : माता के स्वास्थ्य में थोड़ी दिक्कतें रह सकती है। यात्राओं के साथ जुडऩे वाले रह सकते हैं। अष्टम भाव : हृदय जनित रोगों से संभलकर चले। अगस्त सितम्बर के महीने में क्षमताओं का निर्धारण हो सकता है। प्रमोशन की उम्मीद बन सकती है। नर्वस संबंधी रोगों से संभले। आर्टिस्टिक्ट फील्ड में बेहतरी है। विदेश संबंधी कामकाज में धीमापन नजर आता है। नवम भाव : मई में भाग्य का सहयोग बनता चला जाएगा। अटकी हुई शिक्षा आगे की ओर गतिमान हो सकती है। दशम भाव : कर्मशील आधार रहे थे, वो अब सकारात्मक पक्ष निर्धारित करने वाले रहेंगे। एकादश भाव : पुण्य फलों का उदय रहेगा। भय के सिरे को मन से हटाकर स्थायित्व को देखने का प्रयास करना है। अवसरों के साथ जल्दबाजी से बचे। रेस्टोरेंट, वकालात, ट्रांसपोर्ट में सकारात्मकता है। हनुमंत उपासना को स्थापित करके चले। द्वादश भाव : अज्ञात भय शुरुआती चार महीनों के बाद कमी आने वाली रह सकती है। संभावनाओं के साथ संघर्षों का उदय है जिसे संभालकर चलने की जरूरत है।