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बुधवार, 22 जनवरी, 2025 तदनुसार माघ कृष्ण पक्ष (2081) अष्टमी/नवमी धनागमन में वृद्धि है। पारिवारिक जनों के साथ संवाद कौशल बना हुआ है। पूर्वाभास की सकारात्मकता है। मन संतोष के साथ उजागर है। कार्य में तीव्रगामिता के साथ आगे बढऩे की तैयारी में है। डेटा साइंसेज और गणनाओं संबंधी कामकाज में सकारात्मकता है। किसी को लेकर मन में भय था तो उससे हटना और स्थिरता के साथ बढऩा महत्वपूर्ण सिरा रहेगा।
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अप्रैल, 2025 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। अप्रैल माह में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : स्थिरगामी होने की आवश्यकता है। कार्यों में विलम्ब रह सकता है। फाइनेंसियल निर्णय महत्वपूर्ण है। अनायास ही कुछ अवसर आ सकते हैं जिसकी कल्पना नहीं थी। निस्वार्थ भाव से किसी की मदद की थी, उसका परिणाम मिल सकता है। द्वितीय भाव : फाइनेंसियल इंस्टीटयूट, रेस्टोरेंट, टैक्सटाइल संबंधी कामकाज में धनागमन में वृद्धि के सिरे उजागर होकर चलने वाले रहेंगे। वाणी के माध्यम से शब्दों को रखते हैं वहां बेहतरी के समागम रहेंगे। पारिवारिक जनों के साथ कटुता आ सकती है, उससे संभले। अटके रुपये पैसे की प्राप्ति में समय लग सकता है। तृतीय भाव : जिस काम में चल रहे हैं उससे हटकर सोचना ठीक नहीं है, मई तक रुकियेगा। कोई कामकाज में दबाव बनाता है तो उसे स्वीकारते हुए बढ़े, विकृत विचारधारा से बचते हुए चले। पुरुषार्थ की प्रखरता है। यात्राओं में स्वास्थ्य का ख्याल रखियेगा। मेडिकल और आई.टी. फील्ड में दबाव की स्थिति बढ़ सकती है, उससे संभले। चतुर्थ भाव : इंटीरियर डिजाइन या क्रियेटिव फील्ड और कला संबंधी क्षेत्र में चल रहे हैं, वहां आर्थिक तीव्रता आ सकती है। माता के स्वास्थ्य में कमी देखने वाले रहेंगे। भूमि संबंधित निर्णय में जल्दबाजी से बचे। वाहन संबंधी सुख में वृद्धि नजर आती है। पंचम भाव : आजीविका का माध्यम विकसित करने के लिहाजा आगे बढ़ा जा सकता है। किसी रिलेशन में चल रहे हैं तो बहुत ज्यादा रुकने के बजाय नवीन संभावनाओं को देखते हुए बढऩा चाहिए। विद्याध्ययन के साथ विरक्ति के स्तर आ सकते हैं, वहां संभले। संतान पक्ष की ओर से बेहतरी के क्रम उजागर है। षष्ठ भाव : गृहस्थ पक्ष के स्वास्थ्य का ख्याल रखे। घुटनों संबंधी समस्याओं से संभलकर चले। व्यापारिक स्तर पर बड़े निर्णय लेने पड़ सकते हैं। शत्रु पक्ष हावी नहीं है खुद को डिस्टर्ब करने से बचे। सप्तम भाव : गृहस्थ पक्ष के साथ तारत्म्य में कमी आती है उससे बचने की आवश्यकता रहेगी। व्यापार में निर्णय में रुके। कैमीकल संबंधी कामकाज में बेहतरी है। गृहस्थ पक्ष की सलाह से ही कामकाज में आगे बढ़े। व्यापारिक साझेदारी में संभले। अष्टम भाव : विदेश संबंधी कामकाज में अलग तरावट सामने नजर आती है जो आगे बढ़ाने वाली रहेगी। रिसर्च संबंधी कामकाज में भटकाव से बचे। नवम भाव : आध्यात्मिक तीव्रता साथ-साथ है। व्यापार और भाग्य का सहयोग है। जो चल रहा है उसमें सकारात्मकता के साथ बढ़ सकते हैं। उच्च शिक्षा संबंधी स्तर पर स्पष्टता के साथ चलने का प्रयास करे। दशम भाव : प्रबंधन संबंधी स्थितियों में कमी रह सकती है। भागदौड़ अधिक है उससे फस्र्टेड होने से बचे। लुभावने आफर से बचकर चले। एकादश भाव : स्वयं को शांत चित्त भाव के साथ आगे बढऩे की जरूरत रहेगी। अपेक्षित लाभ की स्थितियों के साथ जुड़कर चले। द्वादश भाव : कोर्ट कचहरी संबंधी मामलात में रिलीफ देखने वाले रहेंगे। विदेश संबंधित कामकाज में वृद्धि है। खर्चों की स्थितियां भी बेहतरी लाने वाली रहती है। अनिद्रा संबंधी स्थितियां 14 अप्रैल के बाद दिक्कत दे सकती है, उससे संभले।
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कन्या : वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल
वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल नव वर्ष की शुभकामनाएं ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। नव वर्ष में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : व्यक्तित्व में जल्दबाजी रह सकती है। शेयर मार्केट संबंधी गणनाओं को जाना है तो वहां सकारात्मकता है। किसी रिलेशन के साथ जुड़े हैं वहां से जुड़ाव आ सकता है। धैर्य की परीक्षा बारम्बार सामने आ सकती है। लचीलेपन को अच्छे से बनाकर चले। शुरुआती महीनों में जल्दबाजी से बचियेगा। द्वितीय भाव : धनागमन के साथ खर्चे भी है। पत्नी या पति के साथ कामकाज की शुरुआत करनी है तो उस लिहाजा ये वर्ष सार्थक कहा जा सकता है। अपने निर्णय में अप्रैल-मई में अडिग रहियेगा। विवाह में देरी देख रहे थे, उनके लिए 1 जनवरी से 14 मार्च तक का समय विशिष्ट मानकर चला जा सकता है। तृतीय भाव : व्यापारिक जीवन में स्थिरता है। गृहस्थ पक्ष के साथ सामंजस्य है। अप्रैल मई में व्यापारिक साझेदारी में धोखे से संभलियेगा। शत्रु पक्ष इतना हावी नहीं है। राहू शत्रु और रोग हंता योग बनाते हैं। चतुर्थ भाव : हृदय जनित रोगों से संभले। आर्थिक भार बढ़े हुए हैं, वहां यहां से लेकर दूसरी जगह चुका देने की व्यवस्था से बचे। नौकरी पेशा जीवन में जहां है वहां से सकारात्मक बेस के साथ आफर आ सकते हैं, जिन्हें स्वीकारना बेहतर रहेगा। पंचम भाव : शेयर मार्केट में शुरुआ में धीमेपन के बाद आगे बढ़ा जा सकता है। तकनीकी फील्ड में जाब में जुड़े हुए हैं वहां से मैनेज का पद आता है तो उसे स्वीकार करके आगे बढऩा सुलभ मार्ग कहा जाएगा। षष्ठ भाव : बदले की भावना से मुक्त होकर चलने की कोशिश करे। मन पशोपेश में डाल सकता है, उससे संभलकर चलने से बेहतरी स्थापित होगी। कैमीकल संबंधी कामकाज में प्रोग्रेसिव बेस है। सप्तम भाव : मन में घबराहट से दूरी बनाकर चले। भूमि संबंधी निर्णय में संभले। रियल स्टेट संबंधी या कंस्ट्रक्शन संबंधी निर्णय साथ जोडऩे के लिहाजा बेहतरी रह सकती है। अष्टम भाव : रिसर्च संबंधी कामकाज में मार्च अप्रैल तक व्यवस्थित रख सकते हैं। विदेश संबंधी कामकाज में धीमापन रह सकता है। जिन कार्यों में सफलता नहीं मिल पाई है वहां तैयारियों के साथ रहियेगा। नवम भाव : शुरुआती 14 मई तक जीवन की स्थिरता बनने वाली रहेगी। नकारात्मकता हटने वाली रहेगी। दशम भाव : खुद को मैनेज करने में धीमापन जरूर है परन्तु विकासक्रम भी रह सकता है। एकादश भाव : खर्चों की अधिकता लाभ के सिरों में बदलने वाली रहेगी। संतान पक्ष के साथ वैचारिक विद्रोह से बचियेगा। द्वादश भाव : तनाव जरूर है, परन्तू धीरे-धीरे हटने वाली रहेगी। अनुशासित रहकर चलने की जरूरत बनी हुई है।