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बुधवार, 22 जनवरी, 2025 तदनुसार माघ कृष्ण पक्ष (2081) अष्टमी/नवमी धनागमन में वृद्धि है। पारिवारिक जनों के साथ संवाद कौशल बना हुआ है। पूर्वाभास की सकारात्मकता है। मन संतोष के साथ उजागर है। कार्य में तीव्रगामिता के साथ आगे बढऩे की तैयारी में है। डेटा साइंसेज और गणनाओं संबंधी कामकाज में सकारात्मकता है। किसी को लेकर मन में भय था तो उससे हटना और स्थिरता के साथ बढऩा महत्वपूर्ण सिरा रहेगा।
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दिसम्बर, 2025 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। दिसम्बर माह में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : भीतर की भागदौड़ को महसूस कर रहे थे, जिससे कहीं पहुंचना नहीं हुआ, वहां अब उससे हटकर भीतर के धीमेपन के साथ है। अनुशासन बढ़ता देख रहे हैं। इवेंट मैनेजमेंट और कमीशन संबंधी कामकाज में ये महीना बेहतर संकेत देने वाला रहेगा, जिसके साथ आगे बढ़ सकते हैं। आत्मविश्वास बना हुआ है। द्वितीय भाव : धनागमन के साथ व्यवस्थित क्रम रहेगा। फाइनेंसियल गेन रुके हुए थे, वहां अब तीव्रगामिता आने वाली रहेगी। वाणी में शुरुआती सात दिनों में रियेक्शन से बचियेगा, उसके बाद सकारात्मकता बनी रहेगी। पारिवारिक जनों के साथ कामकाज की शुरुआत में बहुत अधिक संभले, उलझने से बचे। तृतीय भाव : शुरुआती 16 दिनों को लक्ष्य लेकर चलने से बेहतरी देखने वाले रहेंगे। यात्राएं शुरुआती सात दिनों में बेहतरी का आधार दे रही है। मेडिकल और आई.टी. फील्ड में शुरुआत सात दिन अद्भुत कहा जा सकता है, यानि बड़े निर्णय की ओर बढ़ सकते हैं। चतुर्थ भाव : हृदय जनित समस्याओं से संभलना चाहिए। जमीन संबंधी निर्णय में 7 से 17 दिसम्बर तक आगे बढ़ा जा सकता है। एग्रीकल्चर संबंधी जमीन की ओर जाने के लिहाजा समय व्यवस्थित है। माता की आशीष का क्रम भीतर अच्छे से बना हुआ है। वाहन संबंधी कामकाज में बेहतरी क्रम है। तत्परता के साथ आगे बढऩे का सिरा साथ-साथ बना हुआ है। ऊर्जा और बढऩे वाली रहेगी। पंचम भाव : शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में प्रोग्रेसिव मेजर साथ बने हुए हैं। क्षमताओं में वृद्धि के क्रम है। किसी रिलेशन में रहे हैं अब उसे घर परिवार के सामने लाना है, तो ये समय व्यवस्थित है। क्षमताएं उत्थान की ओर अग्रसर है। संतान पक्ष के साथ वैचारिक द्वंद्व चल रहे थे, उनसे हटकर व्यवस्थित अवस्थाओं को लेकर चलना आवश्यक क्रम कहा जाएगा। संतान पक्ष को कामकाज में सम्मिलित किया जा सकता है। षष्ठ भाव : स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें थी, अब सुधार की प्रक्रिया सामने आने वाली रहेगी। ऋण संबंधी गतिविधियों में रिलीफ मिलने की तैयारी है। जिन कार्यों में व्यवधान बने हुए थे, वो हटकर भीतर की स्थिरता बढऩे वाली रहेगी। शत्रु पक्ष हावी था, वो कमतरी की ओर है। सप्तम भाव : गृहस्थ पक्ष की सुनकर निर्णय की ओर जाना बेहतर क्रम है। इच्छाशक्ति साथ बनी हुई है। चिंताओं को हटाकर संभावनाओं के साथ बढिय़ेगा। अष्टम भाव : माइनिंग संबंधी कामकाज में प्रोग्रेसिव मेजर चल रहे हैं। रुके कार्यों में वृद्धि आ सकती है। समस्याओं का आना समाधान भी लाने वाला रहेगा। रिसर्च और गणनाओं संबंधी कामकाज में आगे बढ़ा जा सकता है। नवम भाव : भाग्य की चमक और दमक गहराई से मौजूद है। पूर्वाभास की सकारात्मकता है। योगाभ्यास के माध्यम से आजीविका चला रहे हैं, तो वहां से भी सकारात्मकता है। आध्यात्मिक वृद्धि में कमी है। दशम भाव : इच्छाशक्ति की यात्रा अद्भुत बनी हुई है। मानसिक सुख में वृद्धि है। किसी परिवर्तन की ओर जाना चाहते हैं तो शुरुआती तनाव के बाद लम्बे समय के लिहाजा संभावनाओं के क्रम रहेंगे। प्रबंधन संबंधी कामकाज में बेहतरी रहेगी। एकादश भाव : शुरुआती चार से पांच दिनों में लाभ में वृद्धि है। वकालात संबंधी कामकाज में जद्दोजहद करने से बचना चाहिए। मानसिक तौर पर दृढ़ता के साथ बढऩे का प्रयास करना व्यवस्थित क्रम कहा जाएगा। द्वादश भाव : नकारात्मकता नहीं है दृढ़ता के साथ आगे बढऩा चाहिए। मानसिक भय हटने वाले रहेंगे और स्थिरता मिलने वाली रहेगी।
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कन्या : वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल
वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल नव वर्ष की शुभकामनाएं ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। नव वर्ष में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : व्यक्तित्व में जल्दबाजी रह सकती है। शेयर मार्केट संबंधी गणनाओं को जाना है तो वहां सकारात्मकता है। किसी रिलेशन के साथ जुड़े हैं वहां से जुड़ाव आ सकता है। धैर्य की परीक्षा बारम्बार सामने आ सकती है। लचीलेपन को अच्छे से बनाकर चले। शुरुआती महीनों में जल्दबाजी से बचियेगा। द्वितीय भाव : धनागमन के साथ खर्चे भी है। पत्नी या पति के साथ कामकाज की शुरुआत करनी है तो उस लिहाजा ये वर्ष सार्थक कहा जा सकता है। अपने निर्णय में अप्रैल-मई में अडिग रहियेगा। विवाह में देरी देख रहे थे, उनके लिए 1 जनवरी से 14 मार्च तक का समय विशिष्ट मानकर चला जा सकता है। तृतीय भाव : व्यापारिक जीवन में स्थिरता है। गृहस्थ पक्ष के साथ सामंजस्य है। अप्रैल मई में व्यापारिक साझेदारी में धोखे से संभलियेगा। शत्रु पक्ष इतना हावी नहीं है। राहू शत्रु और रोग हंता योग बनाते हैं। चतुर्थ भाव : हृदय जनित रोगों से संभले। आर्थिक भार बढ़े हुए हैं, वहां यहां से लेकर दूसरी जगह चुका देने की व्यवस्था से बचे। नौकरी पेशा जीवन में जहां है वहां से सकारात्मक बेस के साथ आफर आ सकते हैं, जिन्हें स्वीकारना बेहतर रहेगा। पंचम भाव : शेयर मार्केट में शुरुआ में धीमेपन के बाद आगे बढ़ा जा सकता है। तकनीकी फील्ड में जाब में जुड़े हुए हैं वहां से मैनेज का पद आता है तो उसे स्वीकार करके आगे बढऩा सुलभ मार्ग कहा जाएगा। षष्ठ भाव : बदले की भावना से मुक्त होकर चलने की कोशिश करे। मन पशोपेश में डाल सकता है, उससे संभलकर चलने से बेहतरी स्थापित होगी। कैमीकल संबंधी कामकाज में प्रोग्रेसिव बेस है। सप्तम भाव : मन में घबराहट से दूरी बनाकर चले। भूमि संबंधी निर्णय में संभले। रियल स्टेट संबंधी या कंस्ट्रक्शन संबंधी निर्णय साथ जोडऩे के लिहाजा बेहतरी रह सकती है। अष्टम भाव : रिसर्च संबंधी कामकाज में मार्च अप्रैल तक व्यवस्थित रख सकते हैं। विदेश संबंधी कामकाज में धीमापन रह सकता है। जिन कार्यों में सफलता नहीं मिल पाई है वहां तैयारियों के साथ रहियेगा। नवम भाव : शुरुआती 14 मई तक जीवन की स्थिरता बनने वाली रहेगी। नकारात्मकता हटने वाली रहेगी। दशम भाव : खुद को मैनेज करने में धीमापन जरूर है परन्तु विकासक्रम भी रह सकता है। एकादश भाव : खर्चों की अधिकता लाभ के सिरों में बदलने वाली रहेगी। संतान पक्ष के साथ वैचारिक विद्रोह से बचियेगा। द्वादश भाव : तनाव जरूर है, परन्तू धीरे-धीरे हटने वाली रहेगी। अनुशासित रहकर चलने की जरूरत बनी हुई है।