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बुधवार, 22 जनवरी, 2025 तदनुसार माघ कृष्ण पक्ष (2081) अष्टमी/नवमी व्यापारिक जीवन में कामकाजी स्तर पर व्यवस्थित होकर चले। भागदौड़ बेहतर परिणाम देगी। खुद को मैनेज करके चलने में सकारात्मकता साथ है। जमीन संबंधी कामकाज में प्रगति है। गृहस्थ पक्ष के स्वास्थ्य का ख्याल रखे। इच्छाशक्ति की वजह से आगे बढ़ा जा सकता है।
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अप्रैल, 2025 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। अप्रैल माह में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : व्यक्तित्व 14 अप्रैल से सौम्यता प्राप्त कर रहा है। अडिग होकर आगे बढऩे से व्यवस्थित रहेंगे। इंटरव्यू में लुभावने आफर से बचना है। जितने धीमेपन के साथ बढ़ेंगे उतने ही व्यवस्थित होते चले जाएंगे। 1 से 14 अप्रैल तक अज्ञात भय सता सकते हैं, संभले। गृहस्थ पक्ष के साथ संवाद कौशल बिगड़े नहीं, इसका ध्यान रखे। द्वितीय भाव : धन लाभ की गतिविधियां बनी हुई है, परन्तु खर्चों की ओर बढऩे से रुकना चाहिए। संभलकर आगे बढऩा महत्वपूर्ण क्रम रहेगा। जल्दबाजी से बचते हुए चले। आपकी वाकपटुता देखते ही बनती है। स्पष्टवादी होकर आगे बढ़ सकते हैं। पारिवारिक जनों के साथ संवाद कौशल बना हुआ है। तृतीय भाव : कारपोरेट कल्चर में संभलकर चलने का प्रयास करे। बाधाओं से संभलकर चलने की आवश्यकता रहेगी। चतुर्थ भाव : भूमि संबंधित निर्णय में बहुत ज्यादा संभलकर चले। छोटी छोटी बातों में तनाव से बचकर चले। इस महीने माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखे। संपत्ति संबंधी स्थितियों में लाभ सामने हो तब थोड़ा रुककर चलना चाहिए। वाहन संबंधी स्थितियों में दुविधाएं आ सकती है, संभले। पंचम भाव : 1 से 14 अप्रैल तक ठहराव के साथ चले। 14 अप्रैल के बाद संतान पक्ष की ओर से व्यवस्थित क्रम रहेंगे। शिक्षा संबंधी क्रम में शुरुआत की ओर बढ़ा जा सकता है। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में सकारात्मकता है। किसी संबंध में जल्दबाजी में निर्णय से बचियेगा। षष्ठ भाव : नसों के खिंचाव से संभले। आकस्मिक ऋण संबंधी निर्णय लेने से बचे। हड्डी और जोड़ संबंधी तकलीफ से संभले। शल्य चिकित्सा की ओर जाना है तो शुरुआती 14 दिनों में बढ़ा जा सकता है। शत्रु पक्ष हावी हो सकता है, वहां शांत चित्त रहकर चले। सप्तम भाव : लक्षाधिपति योग बन रहा है। गृहस्थ पक्ष की आमदनी बढ़ सकती है। प्रतिस्पर्धा से बचे। व्यापार में जो चल रहा है वहां अलग लेवल बनने की संभावना है। रेस्टोरेंट, कामर्शियल व्हीकल और कमीशन संबंधी कामकाज में सहयोग की अपेक्षित आभा रहेगी। अष्टम भाव : रिसर्च संबंधी कामकाज में दिक्कतें रह सकती है, संभले। विदेश संबंधी कामकाज में धीमापन रखे। आई.टी. फील्ड में संघर्षशीलता सामने रह सकती है। खुद के साथ बातचीत कीजियेगा। नवम भाव : आध्यात्मिक प्रगति है। उच्च शिक्षा संबंधी स्तर पर सकारात्मकता देखने वाले रहेंगे। पुन: पढऩे की ओर जाना या नया सीखना महत्वपूर्ण कहा जाएगा। दशम भाव : बहुत अधिक जद्दोजहद और मेहनत के सिरे सामने है, वहां डिस्टर्ब होने से बचे। पिता के साथ वैचारिक गतिरोध से बचे, स्वयं को शांत चित्त रखकर चले। एकादश भाव : लाभ का व्यय नजर आता है। कफ प्रधान रोगों से संभले। लाभ की अपेक्षा नहीं करके जो चल रहा है उसे संभाले। द्वादश भाव : विदेश संबंधी कामकाज में धीमापन है। धैर्य और विनम्रता और इग्नोरेंस को अपनाकर चलने का प्रयास करने से बेहतरी रहने वाली रहेगी।
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मेष : वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल
वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल नव वर्ष की शुभकामनाएं ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। नव वर्ष में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : कन्फ्यूजन साथ आ सकते हैं, उससे संभले। निर्णय में समय लगाना बेहद जरूरी रहेगा। मार्च, अप्रैल व मई में संभलकर चलियेगा। नौकरी हो या व्यापार अथवा शिक्षा में शुरुआती तीन महीनों में समृद्धि के साथ चलने की जरूरत रहेगी। व्यापार में बड़े परिवर्तन के लिहाजा शुरुआती तीन महीनों में जोश खरोश के साथ चलियेगा। व्यक्तित्व में शालीनता बनाकर रखियेगा। द्वितीय भाव : गृहस्थ पक्ष की ओर से महत्वपूर्ण संकेत स्थिरगामी कर सकते हैं। जून जुलाई में स्थायित्व के भाव के साथ बढऩे की आवश्यकता है। व्यापार में जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचे। गृहस्थ पक्ष के साथ रियेक्टिव होने से बचे। तृतीय भाव : भाग्य का सहयोग है। रोटेशन को संभालकर चलने की जरूरत रहेगी। अति विचारशीलता रह सकती है। चतुर्थ भाव : घुटनों संबंधी तकलीफ से इस वर्ष ध्यान रखियेगा। कफ प्रधान रोगों से संभलने की जरूरत रहेगी। पंचम भाव : संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं को यात्राओं में सावधानी बरतकर चलने का प्रयत्न करते हुए बढ़े। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में 14 अप्रैल से 15 मई का सिरा गणनाओं के साथ बढऩे का है। षष्ठ भाव : शिक्षा में जुड़ाव से बचियेगा। नकारात्मक भावों से दूरी बनाकर चलने का प्रयास करे। भूमि संबंधी निर्णयों में बहुत ज्यादा संभलकर चलियेगा। रियलस्टेट संबंधी कामकाज में नवम्बर-दिसम्बर को श्रेष्ठ माना जा सकता है। सप्तम भाव : माता के स्वास्थ्य में थोड़ी दिक्कतें रह सकती है। यात्राओं के साथ जुडऩे वाले रह सकते हैं। अष्टम भाव : हृदय जनित रोगों से संभलकर चले। अगस्त सितम्बर के महीने में क्षमताओं का निर्धारण हो सकता है। प्रमोशन की उम्मीद बन सकती है। नर्वस संबंधी रोगों से संभले। आर्टिस्टिक्ट फील्ड में बेहतरी है। विदेश संबंधी कामकाज में धीमापन नजर आता है। नवम भाव : मई में भाग्य का सहयोग बनता चला जाएगा। अटकी हुई शिक्षा आगे की ओर गतिमान हो सकती है। दशम भाव : कर्मशील आधार रहे थे, वो अब सकारात्मक पक्ष निर्धारित करने वाले रहेंगे। एकादश भाव : पुण्य फलों का उदय रहेगा। भय के सिरे को मन से हटाकर स्थायित्व को देखने का प्रयास करना है। अवसरों के साथ जल्दबाजी से बचे। रेस्टोरेंट, वकालात, ट्रांसपोर्ट में सकारात्मकता है। हनुमंत उपासना को स्थापित करके चले। द्वादश भाव : अज्ञात भय शुरुआती चार महीनों के बाद कमी आने वाली रह सकती है। संभावनाओं के साथ संघर्षों का उदय है जिसे संभालकर चलने की जरूरत है।