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सोमवार, 2 दिसम्बर, 2024 तदनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष (2081) प्रतिपदा/द्वितीया मानसिक सुख में वृद्धि है। इच्छाशक्ति साथ-साथ है। कम्युनिकेशन में रियेक्शन लैस होकर चले। गणनाओं संबंधी कामकाज में प्रोग्रेसिव बेस जुडऩे वाले रहेंगे।ू सर्वांगीण लाभ में वृद्धि को उजगाकर करके चले। बैंकिंग संबंधी कामकाज में ऊर्जावान होकर चलना जरूरी है। गृहस्थ और संतान पक्ष के साथ जुड़कर चले।
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जून, 2024 का मासिक राशिफल
ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। जून माह में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : धीरे धीरे समझकर आगे बढऩे की प्रवृति बढ़ रही है। भीतर के भटकाव हट रहे हैं। इंटरव्यू या किसी से मुलाकात की ओर जा रहे हैं वहां व्यवस्थित होकर बढ़ेंगे। मैन्यूफैक्चिरिेंग, कमीशन और मशीनरी संबंधी स्तर पर सकारात्मकता रहेगी। द्वितीय भाव : धनागमन की स्थितियों के साथ वृद्धि महसूस नहीं कर पाएंगे क्योंकि खर्चे बने हुए हैं। पारिवारिक जनों के साथ षडयंत्रकारी स्थितियां आ सकती है। वहां शांत चित्त भाव के साथ चले। आकस्मिक धन लाभ के संकेतों के साथ गफलते हो सकती है, संभले। फैशीनेसन से जुडऩे से बचियेगा। तृतीय भाव : आई.टी. फील्ड, मेडिकल फील्ड में अद्भुत श्रेणीबद्ध सिरा रहेगा जिससे रुकावटों व बाधाओं के साथ नहीं चलने वाले रहेंगे। शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार की ओर जाना है। निरन्तरता के साथ आगे बढऩे से बाधाएं हटती चली जाएगी। भाइयों और मित्रों के साथ संबंधों में संभलकर चले। चतुर्थ भाव : शुरुआती 14-15 दिनों में हृदय जनित रोगों से सावधानी रखे। बुद्धादित्य योग बनने से भीतर की नकारात्मकता को हटाकर बेहतरी देख सकते हैं। 12 जून के बाद से बेहतरी रहेगी। इंटीरियर डिजाइनिंग और खान-पान संबंधी कामकाज में वृद्धि आने वाली प्रतीत होगी। माता के वात्सल्य के साथ गतिमान है। पंचम भाव : शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में 12 से 30 जून का समय व्यवस्थित कहा जा सकता है। बुद्धादित्य व लक्ष्मी नारायण योग है। संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए। ध्यान की ओर निमग्न होने का प्रयास करना चाहिए। संतान पक्ष की ओर से कुछ चिंताएं रह सकती है। षष्ठ भाव : शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति सुधार के साथ चलने के लिहाजा सकारात्मकता रहेगी। रक्त और नर्वस संबंधी इश्यू से संभले। फाइनेंसियल बर्डन बढ़ाने से बचे। शत्रु पक्ष हावी नहीं है, परन्तु उनके द्वारा कही गई बातें नकारात्मक कर सकती है, संभले। सप्तम भाव : किसी संबंध को गृहस्थ की आभा के साथ देखना है, बेहतरी है। गृहस्थ पक्ष के साथ बनी तनातनी में कमी आ सकती है। सोलर या प्रकाश संबंधी कामकाज में बेहतरी है। व्यापारिक साझेदारी में अब सहूलियत रहेगी, फिर भी धीमापन रखियेगा। अष्टम भाव : डिस्ट्रेक्शन और डिटेच की स्थितियां सामने आ सकती है, संभले। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में सकारात्मकता रहेगी। विदेश संबंधी कामकाज में सहूलियत रहेगी। नवम भाव : उच्च शिक्षा संबंधी स्तर पर कन्फर्ट बनने वाला रहेगा। स्टार्टअप के लिहाजा खुद को एक लेवल की तरफ जा सकते हैं। उच्च शिक्षा संबंधी स्तर पर सकारात्मकता बनी हुई है। दशम भाव : अपनी ऊर्जा, अनुशासन और निष्ठा के साथ आगे बढ़ रहे हैं, परन्तु व्यवहार में आक्रामकता नहीं पनपे, इसका ध्यान रखे। एकादश भाव : रियल स्टेट संबंधी स्तर पर सकारात्मकता रह सकती है। पुण्य फलों का उदय उस स्तर पर नहीं है। नए रास्ते मिलते हैं। द्वादश भाव : खर्चों की अधिकता डगमगाहट ला सकती है। विदेश संबंधी कामकाज में ठीकठाक गतिमान रहेंगे।
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कुंभ : वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल नव वर्ष की शुभकामनाएं ग्रह गोचरीय व्यवस्थाएं परिवर्तनशील होती हैं। वर्ष 2024 में आप किस तरह की योजना को लेकर चल रहे हैं और ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या निरूपण दिखा रही है। वर्ष के कौन से महीनों में आपके लिए ग्रहीय व्यवस्थाएं क्या संकेत दे रही है, उनको समझकर इन परिवर्तन के साथ जीवन को कैसे जोड़ा जा सकता है, इसका समग्र चर्चा वृत्तांत यहां 12 ही भावों के अनुसार दिया जा रहा है, जिसके अनुसार आप अपनी योजनाओं को उसी अनुरूप अपनाकर चलने वाले हो सकते हैं। प्रथम भाव : भीतर की जाग्रति को बनाकर रखने की आवश्यकता है। देरी में फस्र्टेशन से दूरी बनाकर रखे। संघर्ष सामने हो तब धैर्य के साथ चलने की आवश्यकता रहती है। जिस कार्य की ओर बढ़ रहे हैं वहां सफलता में समय लग सकता है, इसे आत्मसात करके चले। ये समय दर्शाएगा कि जो कार्य हाथ में ले रहे हैं वहां रुकावटें आ सकती है। कर्मशीलता बनाए रखने से पार पाने वाले रहेंगे। नौकरी और व्यापार में अनुशासन की आवश्यकता रहेगी। द्वितीय भाव : वाणी में कर्कशता आने से कुंठा और क्रोध के भाव आ सकते हैं, उससे दूरी रखे। रियेक्टिव होने से संभले। पारिवारिक जनों के साथ संवाद कौशल में कमी आ सकती है। धनागमन में वृद्धि बनी हुई है। अर्थ तंत्र के संचालन को बेहतर रूप में देखने वाले रहेंगे। तृतीय भाव : कारपोरेट कल्चर में बड़ी जिम्मेदारी सामने आने वाली है तो धैर्यशील होकर बढऩे की आवश्यकता है, अन्यथा अवसर गंवा सकते हैं। दोस्तों और सहयोगियों का मान-सम्मान मिलने वाला रहेगा। प्रमोशन में शर्तें लागू है तब भी आगे बढ़ा जा सकता है। यात्राओं संबंधी कामकाज में, धार्मिक प्रयोजन के सिरे नव आशा और आध्यात्मिक स्पंदन दे रहे हैं। चतुर्थ भाव : कामकाजी जीवन में लग्जरी हावी रह सकती है, उससे दूरी रखे। कमीशन संबंधी कामकाज में बेहतरी है। माता के स्वास्थ्य को लेकर शुरुआती चिंताएं 13 फरवरी तक कमी की ओर आ सकती है। नौकरी के साथ व्यापार के लिहाजा भी अब रुकने ठहरने की जरूरत नहीं है। रेस्टोरेंट संबंधी, डिजाइनिंग, फैशन टेक्नोलॉजी में ये समय व्यवस्थित क्रम बना रहा है। कामर्शियल व्हीकल संबंधी कामकाज में तीव्रगामी होकर चला जा सकता है। शुरुआत के दो महीने अति महत्वपूर्ण है। पंचम भाव : संतान सुख की ओर अग्रसर महिलाओं को 14-15 फरवरी और 7 फरवरी में यात्राओं में संभलियेगा। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में स्थितियां ठीकठाक कही जाएगी, शुरुआती धीमेपन के साथ तीव्रता रहेगी। शिक्षा संबंधी क्रम में निर्णय में ये समय अनुकूल बना हुआ है। षष्ठ भाव : शत्रु पक्ष के साथ बातचीत के साथ आगे बढ़े। नर्वस संबंधी तकलीफों से सावधानी रखे। फाइनेंसियल बर्डन बढ़े हुए थे, अब धीरे-धीरे व्यवस्थित होकर चलियेगा। सप्तम भाव : व्यापारिक स्तर पर पहले जो निर्णय लिए थे, लगता था वो गलत हो रहे हैं, वो अब लगेगा कि बेहतरी के साथ सकारात्मकता आने वाली रहेगी। गृहस्थ पक्ष का सहयोग निरन्तर बना हुआ है। व्यापारिक साझेदारी में शुरुआत की है वहां बेबाकी ठीक नहीं है, धैर्य के साथ चलने वाले रहे। कंस्ट्रक्शन, लोजिस्टिक और ट्रांसपोर्ट संबंधी कामकाज में तीव्रगामी होकर चलने की जरूरत है। अष्टम भाव : रिसर्च संबंधी कामकाज में दिकतें आ सकती है। समस्याओं से घबराए नहीं। विदेश संबंधी कामकाज में देरी हो सकती है। नवम भाव : शुरुआत से ही आपकी जाग्रति के साथ चलने वाले रहेंगे। फैशन टेक्नोलॉजी में स्पंदन अलग से बना रहेगा। पूर्वाभास का बेस को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है। दशम भाव : ये समय आपके भीतर के प्रबंधन को लेकर चल रहा है। कितना समय किस किस को देना है इसको लेकर चलने वाले रहेंगे। आजीविका की स्थितियां तीव्रगामी होने वाली रहेगी। जनवरी, फरवरी और मार्च के महीने रुकने थकने वाले नहीं रहेंगे। एकादश भाव : विक्रम योग निर्मित हो रहा है। नैसर्गिक तौर पर बेहतरी के स्पंदन रहेंगे। सर्वांगीण लाभ आने वाले रहेंगे। द्वादश भाव : खर्चे निरन्तर है, परन्तु उसके साथ भी आत्मविश्वास आ रहा है कि आमदनी बढ़ें वाली रहेगी। कोर्ट कचहरी संबंधी मामलात में परेशानियां थी, अब ये समय समाधान निर्मित करने वाला रहेगा।